नमस्कार। मेरा नाम डॉ. प्रीति प्रकाश प्रजापति है। मैं भाषा, कला और साहित्य को साथ लाने में ढ़ृढ़ विश्वास रखती हूँ।

मैं दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वुमन में हिंदी साहित्य पढ़ाती हूँ। मेरी कोशिश रहती है कि मैं आधुनिक हिंदी साहित्य के ज्ञान को, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की भावना को, और अलग-अलग विषयों को जोड़कर पढ़ाने के अपने तरीके को छात्रों तक पहुँचा सकूँ। मेरा मानना है कि हमारी साहित्यिक और संगीत परंपराओं को आज के समय के अनुसार देखना और समझना बहुत ज़रूरी है।

मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में पीएच.डी. की है और गांधर्व महाविद्यालय, दिल्ली से हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायन में मास्टर डिग्री (संगीत अलंकार) प्राप्त की है।

हिंदी साहित्य और संगीत के क्षेत्र में मैंने बहुत काम किया है। मैंने साहित्यिक आलोचना पर दो किताबें लिखी हैं और कई शोध पत्र और लेख प्रकाशित किए हैं। मुझे हिंदी साहित्य पढ़ाने, रचनात्मक और आलोचनात्मक लेखन करने, और शास्त्रीय रागों में आधुनिक हिंदी कविता को संगीतबद्ध करने में विशेष रुचि है।

मैंने हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायन में कठोर प्रशिक्षण लिया है। मैंने पद्म श्री शांति हीरानंद जी से ठुमरी, दादरा और ग़ज़ल सीखी, जो बेगम अख्तर की वरिष्ठ शिष्या थीं। मुझे राष्ट्रपति भवन, उपराज्यपाल निवास, सप्रू हाउस और साहित्य अकादमी जैसे अनेक प्रतिष्ठित मंचों पर प्रस्तुति देने का अवसर मिला है। मेरे कार्यक्रम ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर भी प्रसारित हुए हैं।

मेरे काम को पहचान मिली है। मुझे भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय से शोध फैलोशिप, और संस्कृति मंत्रालय से छात्रवृत्ति मिली है। शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए मुझे महिला अचीवर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।

मैंने रंगमंच में भी काम किया है। मैंने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के एक महोत्सव (भारत रंग महोत्सव 2013) में भाग लिया था। मैंने दो नाटक लिखे और निर्देशित किए हैं, और दिल्ली में नेत्रहीन बच्चों के स्कूल में संगीत भी सिखाया है।

मेरा सबसे बड़ा प्रयास हिंदी साहित्य और भारतीय शास्त्रीय संगीत को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुँचाना है। मैं अपने पढ़ाने के तरीके और कला के माध्यम से इस काम को लगातार आगे बढ़ा रही हूँ।

Invited Conversation on Doordarshan’s Images


I was invited for an in-depth conversation on Images, a flagship program by Doordarshan.


Aired on: Doordarshan | 2014

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